Stand-up comedian Kunal Kamra Video : स्टँडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा याने नया भारत या नावाखाली एक व्हिडिओ युट्यूब शेअर केला आहे. या स्टँडअपमध्ये त्याने उद्योगपतीबरोबरच कोविडमधील नियम यावर कमेंट केली आहे. कोविड काळामध्ये पंतप्रधान नरेंद्र मोदीनी जनतेला थाळी वाजवण्यास सांगितलं होतं. कुणालने आपल्या व्हिडिओमध्ये याचाही उल्लेख केला आहे. सध्या राज्यात सुरू असलेल्या वादावरही त्याने वक्तव्य केलं आहे. सध्या राज्यात हलाल आणि झटका मटणावरुन वाद सुरू आहे. यावरही त्याने जबरदस्त फटकारे मारले.
('NDTV मराठी' चं अधिकृत व्हॉट्सअॅप चॅनल जॉईन करा )
कुणाल कामराची विडंबनात्मक गाणी...
कुणाल कामराचं पहिलं गाणं...
"ठाणे की रिक्षा, चेहरे पें दाढी, आँखो पे चष्मा... हाये...
ठाणे की रिक्षा, चेहरे पें दाढी, आँखो पे चष्मा... हाये...
एक झलक दिखलाए कभी, गुवाहाटी में छिप जाये...
मेरी नज़र से तुम देखो, गद्दार नज़र वो आए...
ठाणे की रिक्षा, चेहरे पें दाढी, आँखो पे चष्मा... हाये...
मंत्री नहीं वो दलबदलू है, और कहा क्या जाये...?
जिस थाली में खाए, उसमें ही वो छेद कर जाए...
मंत्रालय से ज्यादा फडणवीस की गोदी में मिल जाए...
तीर कमान मिला है इसको, बाप मेरा ये चाहे...
ठाणे की रिक्षा, चेहरे पें दाढी, आँखो पे चष्मा... हाये...
सोचो ना ये पॉलिटिक्सही इनकी... परिवारवाद खत्म करना था, किसीचा बापही चुरा लिया... क्या रिप्लाय होगा... मै तेंडुलकर के बेटे को बोलू आजा लंच पे चलते है... आधा घंटा तेंडुलकरची तारीफ करू और बोलू आजसे वो मेरा बाप है...तू ढुंढ ले कोई ऑन दे वे...
कुणाल कामराचं दुसरं गाणं...
ईडीने असं काही केलं जे मिशनरी करू शकले नाहीत. हृदयपरिवर्तन...
ईडी आणि सीबीआयच्या स्वातंत्र्यावर गाणं...
सीबीआय जो पिछे लग जाऐ
या ईडी तुझे सताये
आजा प्यारे पास हमारे
काहे घबराये, काहे घबराये
पार्टी मेरी भ्रष्टाचारी, संघ की आग्याकारी
जिसके सर पे हाथ फिरा दे, चारशिट हो जाए कोरी
सुन सुन सुन, अरे बेटा सुन
इस पार्टी के बडे बडे जुर्म
मर्डर हो या रेपिस्ट, सबको बेल मिल जाए
काहे घबराये, काहे घबराये
सीबीआय जो पिछे लग जाऐ
या ईडी तुझे सताये
आजा प्यारे पास हमारे
काहे घबराये, काहे घबराये
लॉयर हो या इन्स्पेक्टर, जज हो या कलेक्टर
अपने आगे सभी झुकते including प्रेस रिपोर्टर
बस एक बार हाथ मिलाए, तो पाप छुपाए
काहे घबराये, काहे घबराये
इन सडको की बरबादी, करने सरकार ये आयी
मेट्रो है इनके मनमे, खोद कर ये ले अंगडाई
ट्रॅफिक बढाने ये है आयी
बिजेस गिराने ये है आयी
कहते है इसको, तानाशाही
देश मे इतनी मंहगाई, सरकार के साथ है आयी
लोगो को लुटने कमाई, साडी वाली दीदी आयी
सॅलरी चुराने ये है आयी, मिडल क्लास दबाने ये है आयी
पॉपकॉन खिलाने ये है आयी, कहते है इसको निर्मला ताई
कुणाल कामराचं चौथं गाणं...
हम होंगे कंगाल, एक दिन
मन मै अंधविश्वास, देश का सत्यानाश
हम होंगे कंगाल, एक दिन
होगे नंगे चारो और, करेंगे दंगे चारो ओर
पोलिस के पंगे चारो ओर, एक दिन
मन मै नत्थुराम, हरकते आसाराम
हम होंगे कंगाल, एक दिन
होगा गाय का प्रचार, लेके हाथो मे हत्थियार
होगा संघ का शिष्टाचार, एक दिन
जनता बेरोजगार, गरीबी की कागार
हम होंगे कंगाल, एक दिन
कुणाल कामराचं पाचवं गाणं...
मुख्यमंत्री को देखा तो ऐसा लगा
मुख्यमंत्री को देखा तो ऐसा लगा
जैसे, जलता गुजरात, जैसे मणिपूर मै रात
जैसे नफरत की बात, जैसे बांटे हो नोट,
जैसे छिने है वोट, जैसे मन मो खोट हो
वोट लेके हमसे, वादे भूल गया...
मुख्यमंत्री को देखा तो ऐसा लगा
जैसे काला हो मन, जैसे लुटा हो धन
जैसे भगवा हो रंग, जैसे मन मे हो संघ
जैसे पार्टी मे कलेश, जैसे भेचा हो देश
जैसे संसद मे हो एक जहरीला साप
कुणाल कामराचं सहावं गाणं...
झुठा हू मै, कातील भी हू
सब घोटालो मे शामील भी हू
झुठा हू मै, कातील भी हू
सब घोटालो में शामील भी हू
एमपी चुराना, Voices दबाना
बस यही मेरा कसूर
वादों पे अपने मुकरता नही, पुरा उन्हे कभी करता नही
तानाशाह ओ तानाशाह....
दोगला हू मैं, खोकला भी हू
खाता रोज मैं ढोकला भी हू
स्किमे चुराना, अपना बताना
बस यही मेरा कसूर
डिग्री मे अपनी दिखाता नही, नौकरी किसी की लगाता नही
तानाशाह ओ तानाशाह....
चारो तरफ हैं मेरे ही चमचे, ईव्हीएम पे मेरा नाम
लाशो से उपर, उठा करिअर
पिछे मेरे है अमित शहा
झुठी कहानी सच्ची लगे, मेलोनी तू मुझे अच्छी लगे
झुठी कहानी सच्ची लगे, मेलोनी तू मुझे अच्छी लगे
....बनाना, बरतन बजवाना
बस यही मेरा कसून
गरीबो से मेरा कोई नाता नहीं, ईडी से कोई बच पाता नही
तानाशाह ओ तानाशाह....